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Saturday, October 18, 2014

गावीस मोइस‍


गावीस मोइस




ड़का छि‍ड़ि‍एलहा छि‍ट्टामे छाँछी-मटकुरी नेने दौरीवाली कुमहनि‍ अङ्गने-अङ्गने चौरचनक छाँछी-मटकुरी दैत हमरो अङ्गना एली। हमहींटा नै हमर टोले हुनके सीमामे पड़ैए। जहि‍ना जमीन्‍दारक अपन जमीन्‍दारीक सीमा होइए तहि‍ना पसारी-उसारीक सेहो होइते अछि‍। परि‍वारमे भि‍नौज भेने जमीन्‍दारोक जमीन्‍दारी बँटाइए आ पसारीओ-उसारीक तँ बँटाइते अछि‍। मुदा से नै, एक पुरखि‍याह परि‍वार रहने तीन पुश्‍तसँ एके कुमहार परि‍वारक गाम रहल अछि‍। ओना पहि‍ने एक परि‍वार रहने डोमो-चमारक रहलनि‍, मुदा बेटाक बाढ़ि‍ एने दुनूक गाम टोल-टोल बँटा गेल। टोलो-टोल कि‍ एक रङ्ग बँटाएल, चारि‍ बेटा भेने डोम चारि‍ टुकड़ीमे गाम बाँटि‍ लेलक मुदा तीन बेटाक परि‍वार भेने चमार तीनि‍ए टुकड़ीमे बँटने अछि‍। पछि‍ले शुक्र दि‍न दुआइत फुटि‍ गेल। सि‍लौट सोझहे, खोलि‍यापर मोसि‍क दुआइत रखै छी आ बगलेक खुटीमे पाटी लटका कऽ रखै छी। स्‍कूल जाइबेर दुआइत उतारए लगलौं आकि‍ हाथसँ छूटि‍ सि‍लौटपर खसि‍ पड़ल, फुटि‍ गेल। सौंसे सि‍लौट गावीस मोइस‍ पसरि‍ गेल, आ मोसि‍दानी-लत्ता जे देने रहऐ ओ दुआति‍क पेनीए धेने रहल। तही दि‍नसँ स्‍कूल कामे भऽ गेल। ओना माए शनि‍ए दि‍न दौरीवालीसँ दुआइत मङ्गलखि‍न मुदा सठि‍ गेल रहै, तँए वेचारी चौरचनक आबाक नाओं कहलकनि‍। माइयो मानि‍ गेली। मानि‍ओं केना नै जैतथि‍, पहि‍ने माटि‍केँ काँच दुआत बनत, तखनि‍ रौदमे सुखौल जाएत, पछाति‍ आबामे पकि‍ ने काजक हएत, से थोड़े मुहसँ निकलने पुरि‍ जाएत। ओना सुरुजो भगवान ऐबेर कुमहारपर खुशी छथि‍न, 


अंतिम पेज...........................................




काकी, अपने एकरा चोरा कऽ रखि‍ लथु, जहि‍या-जहि‍या बौआकेँ मोइस‍ सधतै तहि‍या-तहि‍या दि‍हथि‍न, नै तँ सोहनगर होइ छै, माटि‍ ने खए लगनि‍।
एकटा ढेकरी दुआइतमे दैत कड़चीसँ घोड़ैत कुमहनि‍केँ कहलि‍ऐ-
यएह गावीस तँ सालोसँ बेसी चलत।¦६८७¦

२९ अगस्‍त २०१४

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