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Friday, October 17, 2014

पोखरि‍क सैरात


पोखरि‍क सैरात






मार्च मासक तेसर सप्‍ताह, अनुमण्‍डल कार्यालयक ऑफि‍समे रमानन्‍द गामक पोखरि‍क सैरातक सम्‍बन्‍धमे आवेदन दैत बाजल-
“एते दि‍न जइ ढंगे भेल, भेल। मुदा आगूक बि‍नु वि‍चार केने नै होइ?
एक तँ ओहि‍ना सरकारीओ कार्यलय आ बैंको अदहा मार्चक पछाति‍ बेसी बेस्‍त भाइए जाइ छै। बेस्‍ततो केना नै हएत, सरकारी मासक आखि‍री मास छी, साल भरि‍क काजक लेखो-जोखा होइए आ अगि‍ला सालक काजोमे हाथ लगबे करैए। आॅफि‍सक भीड़ दुआरे आलमारीमे आवेदन रखि‍ ऑफि‍ससँ आश्वासन भेटल-
देखल जेतइ।”
ऑफि‍ससँ नि‍कलि‍ रमानन्‍द अपन संगी सबहक संग आगूक परतीपर बैसि‍ वि‍चार-वि‍मर्श करैक बैसार केलक। ओना मार्च रहने गामो-गामक आ सरकारीओ काजसँ जुड़ल लोकक भीड़ रहबे करै। बैसार केकरो होइ मुदा सार्वजनि‍क जगहक तँ अपन महत छै, तैसंग ईहो छै जे केकरो बजैक आकि‍ सुनैक अधि‍कार तँ भाइए जाइ छै। आनक ओइ बैसारमे, सभकेँ सुनै आकि‍ बजैक अधि‍कार नै होइ छै जे तरपेसकी रहल। मुदा ई तँ सार्वजनि‍क जगहक बैसार छी। तँए सभकेँ अधि‍कार छै। ओना गामसँ रमानन्‍द पाँचे गोटे, पाँचो शि‍क्षि‍त बेरोजगार वि‍चारि‍ कऽ पोखरि‍क 


अन्‍तिम पेज....................................



गामक माटि‍क ओझरी बढ़ैत-बढ़ैत पानि‍ओ दि‍स बढ़ल। धार-धुरक घटवारि‍ बढ़ल, मुदा एके धारक घटवारि‍ एक रंग नै रहल। खुशीक बात ईहो रहल जे धार-धुरक घटवारि‍ बहरबैयाकेँ सेहो हाथ लगल। मन माफि‍त लूट मचौलक। इज्‍जत-आबरू बेठेकान भऽ गेल। संग-संग काछु-माछक ओझरी सेहो लगल। जइसँ पानि‍क ओझरी बढ़ल। कि‍छु घाटक सरकारीकरण भेल आ कि‍छु रहि‍ये गेल। माने ई जे एके गामक पानि‍ बँटा गेल। कि‍छु दसनामा भेल कि‍छु खुदनामा। खुदनामा ई जे पोखरि‍ खुनैमे जे खर्च देलि‍ऐ। खैर! जे भेल। फेर दोसर मोड़ लेलक, मोड़ ई लेलक जे गाम-गामक दसनामा पोखरि‍क सोसाइटी बनि‍ गेल जे मछुआ सोसाइटी कहबैए। जे खास जाति‍क हाथ चलि‍ गेल मुदा ओझरीओ बढ़ि‍ते गेल। सोसाइटी भेने गामक पानि‍क हकदार अनगौआँ भऽ गेल।
गामक पढ़ल-लि‍खल बेरोजगार दूधक संग दारूक कारोबार कऽ अपन बेरोजगारी भगबए चाहैए। गामक पानि‍क सदुपयोगक कोनो बेवस्‍था  नै। पानि‍क की मोल जि‍नगीक लेल अछि‍ ओ ढोलक-हरि‍मुनि‍याँक सुरे-तान धरि‍ अछि‍। गाम-गामक चर-चाँचर आ मुइल धार सैंसे इलाका पसरल अछि‍ मुदा उपजा लेल पानि‍ नै! यएह सोचि‍ रमानन्‍द शारदानन्‍द, राम वि‍लास, सिंहेश्वर आ जगरनाथ कार्यालयमे आवेदन देबए आएल। ओइमे एकेटा मांग छै-
गामक पानि‍ कि‍सान हाथ आ गामक रोजगार बेरोजगार हाथ।¦९२३¦

२० मई २०१४ 

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