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Wednesday, October 23, 2013

जाति-पाति

जाति-पाति

यौ नूनू भाय, धानक खेतमे तँ नम्‍हर-नम्‍हर दरारि‍ फाटि गेल। रोप सभ पि‍अर भऽ भऽ गेल। जँ छ-सात दि‍न आरो बरखा नै भेल तँ बुझू जे सभटा कएल-धएल पानिमे चलि जाएत। चंचल कहलखि‍न।
जएत नै चलि गेल। आब जे बरखा हेबे करत तैयो कि‍ सोलह आना धान थोड़े हएत। जँ दस दि‍न बरखा नै भेल तँ बुझू गेल भैंस पानिमे...। हाथो तरक आ लातो तरक समापत। नूनूजी चंचलकेँ कहलखि‍न।
गप-सप्‍पमे चंचल बजला-
हे भाय, कोनो तरहेँ बि‍हुल नदीकेँ बान्‍हू नै तँ सभटा रोप जरि‍ जाएत। भयंकर रौदीक लक्षण बुझहा रहल अछि‍। यौ आइ-काल्हि‍ आेस केते गि‍रै छै?”
तैपर नूनूजी कहलखिन-
यौ भाय, बि‍हुलकेँ बान्‍हब आब असान नै रहि गेल। दू लाखसँ बेसीए खर्च हएत। तखनि बान्ह बान्हल जा सकत। एतबे नै, पनि‍छेकि‍ बेरमे कम-सँ-कम दू सएक हँसेरी चाही जे चेका आ बालुसँ भरल सिमेंटक बोरा उगहत। दू चारि गोटेकेँ लौकही पठा नहरिक पानिकेँ फाटक गि‍रा बन्न कराबए पड़त तखने हएत।
चंचलजी बजला-
यौ भाय, अपने जँ मनमे ठानि‍ लेबै तँ बान्‍ह हेबे करत। परुकौं साल अहींक जोरपर बान्‍ह भेल। जइसँ धानक रोपनि भेल।
नूनूजी अपन बड़ाइ सुनि उत्तर देलखि‍न-
से तँ हम पाँच बेर ऐ नदीकेँ बन्हने छी। ठीक छै, परसू सखुआ परतीपर भि‍नसरे आठ बजे लोक सबहक बैसार करै छी। जँ सबहक वि‍चार भऽ जाएत तँ परसूए हाथ लगा देब।
  रबि‍ दि‍न आठ बजे भि‍नसरे सखुआ परतीपर बैसक भेल। पाँच गामक कि‍सान सभ बैसल। सबहक वि‍चार भेल, आइए बान्‍हमे हाथ लगा देल जाए। जेते देरी करब ओते रोपकेँ नोकसान हएत। मुदा रूपैआ तसलैमे तँ समए लगत। टेकटर आ जेसीबीबला तँ बि‍नु अगुरवार पाइए लेने औत नै। सभ गोटे नूनूजी सँ एक लाख टाका अपना दि‍ससँ दऽ बान्‍हमे हाथ लगा दइले आग्रह करैत कहलकनि‍-
जखनि‍ रूपैआ तसील भऽ औत तँ अहाँकेँ आपस कऽ देल जाएत।
सएह भेल नूनूजी अपन पाइ लगा काज शुरू करैले तैयार भऽ गेलखिन। काज शुरू भेल। बान्‍ह बान्‍हल गेल। सबहक खेतमे पानि‍ गेल। पि‍अर भेलहा रोप सभ पानि‍ पबि‍ते हरि‍आ गेल। सभ गोटे नूनूजीकेँ जश देलकनि‍। आपसमे रूपैआ तसील नूनूजीकेँ आपस कऽ दइ गेल।
  गामक मालिक दूर्गाबाबूक बेटा नूनूजी। लगधग पचास बीघा खेतक मालिक। जमानाक ग्रेजुएट। परोपट्टामे लोकप्रि‍य लोक। केकरो बेटीक बि‍आहमे नूनूजी बि‍नु बजौलो पहूँच एते अबस्‍स पुछै छथि‍न जे कोनो दि‍क्कतदारी तँ ने अछि‍। जँ कि‍यो बि‍मार पड़ैए तहूमे नूनूजी सलाह दइ छथि‍न जे नीकसँ इलाज होइक चाही। जँ पाइ-कौड़ीक अभाव रहल तँ मदति‍ सेहो करै छथि‍न।
  तेसर सालक गप छी। बि‍न्‍दे साहक बेटीक बि‍आह मदना गामक तेजी साहक बेटासँ ठीक भेल रहए। दू लाख टाका, एकटा पल्‍सर मोटर साइकि‍ल आ दू भरि‍ सोनपर बात पक्का भेल छल। लड़ि‍का पंचायत शि‍क्षक छथि‍न। नौकरी केनि‍हार लड़िका सबहक भौउ तँ अनेरे बढ़ल रहैए। जखैन कि‍‍ लड़िका भैयारीमे असगरे आ पाँच बीघा खेतो। तेजी साह एक नम्‍बरक लोभी। बि‍न्‍दे साह साधारण कि‍सान। एकदम भोला-भला बेकती। हुनकर एकटा बेटा कलकत्तामे टेकसी ड्राइभर, दोसर लड़का दि‍ल्लीमे बि‍स्‍कुट फैक्‍ट्रीमे काज करैत। लड़िकाबलासँ गप भेल छेलै जे मोटर साइकिल आ एक भरि‍ सोन दुरागमनमे देब। बि‍न्‍दे साह बि‍आहक सभ ओरि‍यान कऽ नेने रहए। सर-कुटुम सभकेँ नौत-पि‍हानी पठा देने रहए। लड़िकाबलाकेँ दू लाख टाका सेहो गनि‍ आएल रहए। बि‍आहक पाँच दि‍न पहि‍ने भि‍नसर भने मदनासँ फोन आएल जे गाड़ी आ दू भरि‍ सोनक दाम हमरा काल्हि‍ पठा देब तँ बि‍आह हएत नै तँ नै हएत। फोनपर कहल गेल, दोसर गामबला हमरा पाँच लाख दइले तैयार अछि‍। ऐ बातपर बि‍न्‍दे साह झमान भऽ गेला। केतेक जोगारसँ तँ दू लाख टाका मदना पठौने रहथि। आइ भरि‍ए दि‍नमे केतएसँ औत। बि‍न्‍दे साहक जाति‍ बनवाली साहु लगानी-भि‍रानीक काज करैए। हुनके लग जा बि‍न्‍दे साह अपन सभ गप कहैत कहलखि‍न जे एक लाख टाका ताबे सम्‍हारि‍ दिअ।
बनवाली साहु कहलकनि‍-
टाका तँ जेते लेब हम तेते देब। मुदा बि‍नु जेबर लेने आकि‍ बि‍नु जमीन लि‍खेने नै देब। एक लाख देब तँ दू लाखक जेबर रखब। जमीनो लि‍खाएब तँ दू लाखक आ लि‍खाइमे जे खरच हएत से अहींकेँ दिअ पड़त।
बि‍न्‍दे साहक घरमे जेबर नै छेलनि। जमीन लिखाइमे पचीस हजारसँ ऊपरेक खर्च। गुनधुन करैत घर आपस आबि‍ गेला। मनमे भेलनि जे एक बेर नूनूजी सँ भेँट कऽ सभ बात कहियनि।
सएह भेल, नूनूजी ऐठाम जा बि‍न्‍दे साह नूनूजीकेँ सभ बात कहलकनि‍। नूनूजी कहलखि‍न-
हौ लड़िकाबला तँ नम्‍हर चुति‍या बुझहा रहल छह। हमरा वि‍चारे तँ ओकरा ओइठाम कुटुमैती नै करह। मुदा बि‍आहक सभ ओरि‍यान भऽ गेल छह। काडो बाँटि‍ देने छहक। कहऽ केतेक टाकाक बेगरता छह।
बि‍न्‍दे साह बजला-
एक लाख टाका ब्‍यौंत कऽ दि‍यौ।
नूनूजी मुड़ी डोलबैत बजला-
ओते तँ घरमे नै अछि‍, बैंकसँ नि‍कालए पड़त। एना करह, टाका लऽ कऽ जेकरा मदना पठेबहक तेकरा हमरा संग लगा दैह। हम फुलपरास इलाहावाद बैंकसँ टाका नि‍कालि ओकरा दऽ देबै।
बि‍न्‍दे साह खुशीसँ बजला-
बड़ सुन्नर गप कहलिऐ। आइए मदनाबलाक पाइ चलि जाएत।
सएह भेल। बि‍न्‍दे साहक बेटा नूनूजी सँ पाइ लऽ मदनाबलाकेँ दऽ आएल। बड़ धूम-धामसँ बि‍आह भेल। नूनूजी अपनेसँ मुस्‍ताइज भऽ बरि‍याती सभकेँ भोजन करौलनि‍।
  दू महि‍ना पछाति बि‍न्‍दे साह जमीन बेचि‍ नूनूजीक रूपैआ आपस केलनि‍। पाँच रूपैए सैंकड़ा सूदि‍ जोड़ि नूनूजीकेँ दिअ लगला तँ कहलकनि‍-
ई की दइ छहक। हम तोरा सूदि कहि तँ नै देने रहिहऽ। हमर टाका बैंकमे पड़ल छल। तोरा बेटीक बि‍अाहमे काज आएल। हमरा लेल ऐसँ पैघ आैर की हएत।
तैपर बि‍न्‍दे साह नि‍होरा करैत कहलकनि‍-
कम-सँ-कम बैंकोक सूदि तँ लऽ लिअ।
नूनूजी-
तोहर बेटी हमर बेटी नै छी की?”
बि‍न्‍दे साह कलजोड़ि‍ कहलकनि‍-
अहाँक उपकार जि‍नगी भरि‍ नै बि‍सरब।
  परुकाँ बैसाखमे रूपा मण्‍डलक बेटाकेँ साँप काटि‍ लेलक। पूरा गाम हल्‍ला भऽ गेल। नूनूजी रूपाक घरपर गेलखि‍न तँ देखलनि‍ जे झार-फूक कऽ चलि‍ रहल छेलै। नूनूजी ई खेला-बेला देखिते रूपाकेँ कहलखि‍न-
ऐ सभ अन्‍धबि‍सवासमे नै पड़ह। जल्‍दी डाक्‍टर रामानन्‍द बाबूक लग ि‍नर्मली लऽ जा।
रूपा मण्‍डल कहलकनि‍-
माि‍लक हाथपर एक्कोटा छुद्दी नै अछि‍।
तैपर नूनूजी कहलखि‍न-
केकराे मोटर साइकि‍लसँ ओतए पहुँचह हम पाछूसँ पाइ नेने अबै छि‍अह।
रूपा सुनीलक मोटर साइकि‍लपर बेटाकेँ लऽ रामानन्‍द बाबू लग पहुँचल। रोगीकेँ देखि डाक्‍टर कहलकनि‍-
अबैमे तँ बड़ देरी भऽ गेलह। जल्‍दी दस हजार जमा करह। इलाज शुरू करब।
रूपा कहलकनि‍-
डाक्‍टर साहैब, अहाँ दबाइ चालू कऽ दि‍यौ। नूनूजी पाइ लऽ कऽ जैघड़ी ने पहुँचला।
  नूनू जीक नाओं सुनि‍ डाक्‍टर साहैब इलाज चालू कऽ देलखि‍न। हुनका नूनूजी सँ नीक जान-पहि‍चान छन्‍हि‍। दसे मि‍नट पछाति नूनूजी अपना मोटर साइकि‍लसँ पहुँचला। बारह घंटा धरि‍ इलाज चलला पछाति रोगी ठीक भेल। डाक्‍टर साहैब कहलखि‍न-
आब ठीक छह रोगी। लऽ जा सकै छह।
रूपा दुनू बापूत नूनू जीक पएर पकड़ि‍ कानए लगल। नूनूजी डाक्‍टर साहैबकेँ पुछलखि‍न-
अपनेक केते चार्ज भेल?”
डाक्‍टर साहैब बारह हजार कहलखि‍न। एक हजार छोड़बैत एगाहर हजार देलखि‍न आ कहलखि‍न-
रूपा मण्‍डल बड़ गरीब अछि‍। एक हजार छोड़ि‍ दि‍यौ।
डाक्‍टर साहैब मानि‍ गेलखि‍न। ओतएसँ सभ वि‍दा भेला।
छह मास पछाति‍ रूपा मण्‍डल नूनूजीक रूपैआ आपस केलकनि‍। नूनूजी हुनकोसँ एक्को पाइ सूदि‍ नै लेलखि‍न।
  एमकी माघमे गोलबाक सूगर चनेसर कामतक अल्‍लू कोड़ि‍ देने रहए। तइले चनेसर गोलबाकेँ दस-पनरह लाठी मारलक। गोलबाकेँ कपार फूटि गेल। गामक कि‍छु लोक गोलबाकेँ सि‍खा-पढ़ा चनेसरपर मोकदमा करा देलक। चनेसरपर हरिजन एक्ट लगि‍ गेल। आब तँ चनेसरकेँ प्रलय भऽ गेल। पुलीस पकड़ैले रेड करए लगलै। एक राति चनेसर नूनूजी लग आबि‍ कानैत कहलकनि‍-
सरकार, अहाँक गप गोलबा मानि‍ जाएत। कि‍एक तँ अहीं जमीनमे ओ सभ बसल अछि‍। हमरा गोलबासँ सोलह करा दिअ। अपने जे कहब से मानब।
नूनूजी कहलखि‍न-
अच्‍छा, ठीक छै। हम गोलबाकेँ बजा गप करै छी। तूँ चि‍न्‍ता नै करह।
भि‍नसरे नूनूजी गोलबाकेँ बजा सभ बात बुझहा कऽ कहलखि‍न-
केस-फौदारीसँ कि‍छु नै भेटतह। तोरा हम चनेसरसँ दबाइक दाम आ केसक खर्च दि‍या दइ छि‍अ। दुनू गोटे सोलह कऽ लए।
गोलबा बाजल-
मालिक, हम सभ अहीं जमीनमे बसल छी। अहाँ जे कहब हम सभ सहए करबै।
नूनूजी चनेसरकेँ बजा दुनू गोटेमे मि‍लानी करा देलखि‍न। कोर्ट जा दुनू गोटे सोलह लगा लेलक। केस खारि‍ज भऽ गेल।
  ग्राम पंचायत चुनावक घोषणा भेल। पंचायत सभमे भि‍न्न-भि‍न्न पदक चर्चा-परि‍चर्चा हुअ लगल। हमरो पंचायत छजनामे मुखि‍या पदक लेल बेसी चर्चा भेल। हम सभ वि‍चार केलौं जे मुखि‍या पदक लेल नूनूजी सभसँ योग्‍य उमीदवार छथि‍। से नै तँ हम सभ हुनके ठाढ़ करब। आदमीओ पढ़ल-लि‍खल आ समाजसेवी छथि‍।
  हम सभ नूनूजी लग ऐ वि‍षयपर चर्चा केलौं। कहलनि‍-
देखू, ऐ पंचायतमे हमर जाति दसे घर अछि‍। अखुनका राजनीति‍ जाति‍-पाति‍ लऽ कऽ होइए। तहूमे पंचायत चुनावमे तँ आरो बेसी चलै छै जाति‍-पाति‍। हमरा माफ करू अहीं सभमे सँ कि‍यो ठाढ़ होउ। हम हर तरहेँ मदति‍ करब।
तैपर हम कहलि‍यनि‍-
अहाँक आगूमे सभ जाति‍-पाति‍ फेल भऽ जाएत। हम सभ नै मानब। अहाँकेँ मुखि‍यामे ठाढ़ कइए कऽ रहब।
बड़ उत्‍साहसँ सभ नूनूजी केँ मुखि‍या पद लेल नोमिनेशन करौलकनि‍। नूनू जीक नोमिनेशन पछाति सोभि‍त साह, मोहि‍त कामत आ सुखदेव मण्‍डल सेहो मुखि‍या पद लेल नोमिनेशन करौलनि‍।
छजना पंचायतमे मुख रूपसँ तीन जातिक बोलबाला अछि‍। जइमे तेली, धानुक आ कि‍यौट सभ छथि‍। शुरू-शुरूमे तँ नूनू जीक पक्षमे नीक हवा रहल। मुदा जौं-जौं समए बि‍तैत गेल तौं-तौं जाति-पातिक हवा बहए लगल। कि‍छु उम्‍मीदवार सभ वोटरकेँ चाह-जलखैक अलाबे दारूओ पि‍अबए लगल। ई सभ देखि‍ नूनू बाबू बजला-
अहाँ सभ मि‍लि कऽ हमरा उम्मीदवार बनेलौं। हम भोटक नाओंपर एक्को पाइ खर्च नै करब। चाहे हम जीती अथवा हारी। हमरा ने जीतक खुशी हएत आ ने हारिक गम।
भोटक दि‍न अबैत-अबैत जाति-पातिक हवा आरो जोर पकड़ि लेलक। भोटे गि‍रै दि‍न लोक सभ बूझि‍ गेल जे नूनूजी चुनाव हारि जेता। कि‍एक तँ खुलेआम भोटर सभ अपना-अपना जातिकेँ भोट दऽ रहल छल। सहए भेल, भोँटक गीनतीमे सोभि‍त साहु एक नम्‍बरपर, सुखदेव मण्‍डल दोसर नम्‍बरपर, मोहि‍त कामत तेसर आ चारि‍म नम्‍बरपर नूनूजी रहला।
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